खांसी के लिए आयुर्वेदिक उपचार
- प्याज के रस में शहद मिलाकर पीने से खांसी ठीक हो जाती है।
- प्याज का काढ़ा बनाकर पीने से कफ निकल जाता है और खांसी ठीक हो जाती है।
- नींबू के रस में शहद से चार गुना अधिक मात्रा में मिलाकर चाटने से खांसी ठीक होती है।
- लौंग को मुंह में रखकर चबाने से खांसी दूर होती है।
- काली मिर्च का चूर्ण दूध में उबालकर पीने से खांसी दूर होती है।
- काली मिर्च का चूर्ण घी में मिलाकर चाटने से खांसी ठीक होती है।
- एक चम्मच शहद और दो चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से खांसी दूर होती है।
- हींग को भूनकर गर्म पानी में भिगोकर पीने से खांसी में आराम मिलता है। अंगूर और शक्कर मुंह में रखकर पीने से खांसी दूर होती है।
- लहसून की कली को पीसकर उसका बर्तन बनाकर उसकी महक से काली खांसी (हू पिंग), कफ दूर होती है।
- लहसुन के रस की 20 से 25 बूंदों को चाशनी में डालकर दिन में चार-चार घंटे पीने से बड़ी से बड़ी खांसी (हू पिंग/खांसी) ठीक हो जाती है।
- अनार के छिलके का एक टुकड़ा मुंह में रखकर चबाने से खांसी दूर होती है।
- इमली का कीचुका भूनकर, उसके बीज निकालकर, कीचुका का बारीक चूर्ण शहद और घी में बनाकर पीने से खांसी या कफ में खून आना ठीक हो जाता है।
- कुछ खजूर खाकर ऊपर से थोड़ा गर्म पानी पीने से कफ पतला होगा और खांसी और सांस की तकलीफ दूर होगी।
- गर्म दूध में हल्दी और घी मिलाकर पीने से खांसी और कफ दूर होता है।
- रात को नमक बजरी मुंह में रखने से खांसी कम होती है।
- पुदीने का रस पीने से खांसी ठीक होती है।
- आधा तोला शहद दिन में चार बार चाटने से कफ उतरता है और खांसी दूर होती है।
- ताजे भुने हुए चनों को हल्दी और नमक के साथ - लगभग एक मुट्ठी - सुबह और सोते समय (ऊपर से पानी पिए बिना) खाने से लगातार बना रहने वाला सर्दी और खांसी ठीक हो जाती है।
- हल्दी को कड़ाही में भूनकर उसका गूदा मुंह में रखने से कफ खांसी दूर होती है।
- अजमो को ताजे उबले पानी के साथ खाने से कफ खांसी दूर होती है।
- तुलसी के रस में शक्कर मिलाकर पीने से खांसी और सीने का दर्द ठीक होता है।
- रात को थोड़े से भुने हुए चने खाकर ऊपर से बिना पानी डाले सोने से खांसी ठीक हो जाती है।
- केले के पत्तों के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से खांसी दूर होती है।
- दो बूंद मिट्टी का तेल चीनी के साथ दिन में तीन से चार बार चाटने से काली खांसी ठीक हो जाती है।
- केले के पत्तों को जलाकर राख बनाकर उस राख को शहद के साथ दिन में तीन बार चाटने से उटंटिया में आराम मिलता है।